देश के नागरिक एक साथ संकल्प लेकर आगे बढेंः डा. मांडविया
- लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान का दसवां दीक्षांत समारोह आयोजित
ग्वालियर। भारत वर्ष की आजादी के एक सौ वर्ष पूरे होने के बाद भारत राष्ट्र को विकसित बनाये जाने का संकल्प लेना चाहिये। इसके लिए देश के नागरिक एक साथ संकल्प लेकर आगे बढें। आज जिन लोगों ने यहां से डिग्री ली है, वह अपने क्षेत्र में जाकर जिम्मेदार नागरिक की तरह संकल्प लेकर कार्य करें। यह बात केन्द्रीय खेल मंत्री डा. मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षण संस्थान के दसवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये कही। समारोह में 121 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई।
शुक्रवार को दीक्षांत समारोह में खेल मंत्री मांडविया ने कहा कि खुशी की बात है, उस संस्थान के दीक्षांत समारोह में उपस्थित हूं, जिसका नाम रानी लक्ष्मीबाई पर है। जिन्होंने आजादी की लड़ाई की शुरुआत की थी और अंग्रेजों से लड़ी थीं। उनसे प्रेरणा के साथ दिशा व दर्शन मिलता है। उन्हांेने कहा कि इस संस्थान से पढ़कर जिन छात्रों ने डिग्री ली है, अब वह नया जीवन शुरू करेंगे। छात्र जब पढ़कर यहां से जाते हैं, दूसरी पारी शुरू होती है। खेल मंत्री ने कहा कि वैसे तो पढ़ाई का अंत नहीं है। लोगों को पूरे जीवन भर सीखते रहना चाहिये। यह लगातार चलने वाली प्रक्रिया है। वहीं अब छात्र दूसरी पारी में नयी जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ेंगे। वह जिम्मेदार नागरिक के रूप में दूसरी पारी शुरू कर रहे हैं तो हमेशा सीखने की आदत बनाकर रखें। देश, समाज और परिवार के प्रति जिम्मेदारी पूरी करें।
डा. मांडविया ने कहा कि फिजीकल एजूकेशन का जो शिक्षक है तो वह विश्वस्तरीय एथलीट तैयार करे। छात्रों में देश पहले की भावना होना चाहिए। उन्हांेने कहा कि हमारे देश के युवाओं को 2036 में एक से 10 तक और 2047 में एक से पांचवे स्थान पर देश को खेल क्षेत्र में लाने का प्रयास करना चाहिये। डा मांडविया ने कहा कि यही खेल मंत्री होते हुए मेरा लक्ष्य है। इसमें स्वयं सफल होना है और देश को सफल करना है। देश को विकसित बनाना है। इस अवसर पर केन्द्रीय खेल मंत्री मांडविया ने गोल्ड मेडल पाने वाले छात्र बीपीएड की श्रृति मुखोपाध्याय तथा एमपीएड के रीतेश नागर को सम्मानित किया। दीक्षांत समारोह में दीक्षांत भाषण विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा अविनाश शुक्ला ने दिया।
इसके साथ ही संस्थान में 400 छात्रों की क्षमता वाले छात्रावास और नए डिजिटल स्टूडियो का भी खेल मंत्री मांडविया ने उदघाटन किया। इस हास्टल में स्पोटर्स एक्सीलेंस सेंटर खोला जाएगा। नए स्टूडियो में ओडीएल और रिसेट प्रोग्राम के ई-कंटेंट को तैयार किया जाएगा, जिससे छात्र-छात्राओं को पढ़ाई करने में सहयोग मिलेगा। इस अवसर पर संस्थान के प्रभारी कुलसचिव डा संजीव यादव ने कुलाधिपति डा. मांडविया, उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, विधायक मोहन सिंह राठौर का स्वागत किया। दीक्षांत परेड में संयुक्त सचिव खेल भारत सरकार शाभित जैन, निदेशक खेल अरूण यादव, कुलपति प्रो. इन्दु बोरा सहित अन्य प्रोफेसर एवं छात्र मौजूद रहे।