कृषि विश्वविद्यालय में विश्व मृदा दिवस व कृषि शिक्षा दिवस का आयोजन
ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर में 5 दिसंबर को विश्व मृदा दिवस के साथ-साथ 3 दिसंबर को मनाया जाने वाला कृषि शिक्षा दिवस भी मनाया जायेगा जिसकी तैयारी विश्वविद्यालय स्तर पर प्रारंभ हो चुकी है। कार्यक्रम में विश्व मृदा स्वास्थ्य दिवस पर विश्वविद्यालय के समस्त कृषि एवं उद्यानिकी महाविद्यालय, कृषि अनुसंधान केन्द्र व कृषि विज्ञान केन्द्रों पर विशेष व्याख्यान एवं जागरूकता अभियान भी आयोजित किये जायेंगे।
कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अरविन्द कुमार शुक्ला ने कहा कि कीटनाशकों, उर्वरकों, सिंचाई जल का अत्याधिक एवं असंतुलित प्रयोग मृदा स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है साथ ही मृदा में लवणीय व क्षारीयता में वृद्धि होने के कारण फसलों के उत्पादन व गुणवत्ता में कमी आ रही है। जनसंख्या वृद्धि के चलते कृषि उत्पादन की मांग बढ़ती जा रही है जबकि दिन-प्रतिदिन खेती योग्य जमीन में कमी आती जा रही है। अतः इस कृषि योग्य भूमि को उपजाऊ बनाये रखने के लिए हमें मृदा स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
विश्वविद्यालय एवं इससे संबंधित सभी महाविद्यालयों, अनुसंधान केन्द्रों, कृषि विज्ञान केन्द्रों के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ-साथ ग्वालियर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राऐं जागरूकता कार्यक्रमों में अपनी सहभागिता देंगे।